000 नोएडा के सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज में हुई पुलिस की पाठशाला
नोएडा के सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज में हुई पुलिस की पाठशाला

अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शुक्रवार, 24 मार्च, 2017 को नोएडा के रबूपुरा स्थित सरस्वती बाल मंदिर इंटर कॉलेज में पुलिस की पाठशाला का आयोजन किया गयाl पाठशाला में सीओ जेवर दिलीप सिंह ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि छींटाकशी और छेड़छाड़ को सहन करने के बजाय छात्राओं को निसंकोच होकर इसकी शिकायत अभिभावक, अध्यापक या पुलिस से करनी चाहिए। जिससे समय रहते आरोपियों पर शिकंजा कसकर कड़ी कार्रवाई की जा सके। स्कूल आने जाने के दौरान, गली मोहल्ले, आसपड़ोस और कभी-कभी परिवार व रिश्तेदारी में लड़कियां छींटाकशी, छेड़छाड़ का शिकार हो जाती है। संकोच के कारण लड़कियां इन सबको सहन करती रहती हैं। इससे मनचलों का हौसला बढ़ता है और वह बड़ी वारदात कर जाते हैं।

सीओ दिलीप सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि सरकार और पुलिस-प्रशासन महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए 24 घंटे प्रयासरत है। बच्चों को किसी भी उत्पीडन को बरदाश्त नहीं करना चाहिए। जितनी जल्दी हो सके इसकी शिकायत माता-पिता या अन्य अभिभावक से करें। विद्यालय के शिक्षकों को भी इसकी सूचना दे सकते हैं। अगर, सीधे पुलिस को सूचना देना चाहें तो वूमेन पॉवर लाइन- 1090 या डायल- 100 पर कॉल करके शिकायत कर सकते हैं।

सीओ ने छात्राओं से यह भी कहा कि वह कभी भी झूठी शिकायत न करें। रबूपुरा कोतवाली प्रभारी शाहवेज खान ने बताया कि सरकार के आदेश पर जिले भर के थानों में एंटी रोमियो दल का गठन किया गया है। यह दल महिला और छात्राओं की सुरक्षा के लिए गठन किया गया है। घर, परिवार या रिश्तेदारी में जाने के दौरान भी उन्हें कोई गलत गतिविधि महसूस हो तब भी वह इसकी शिकायत परिजन, अध्यापक या पुलिस से कर सकती हैं। कोतवाली प्रभारी ने अपना सीयूजी मोबाइल नंबर भी विद्यार्र्थियों को देते हुए कहा कि वह कभी कॉल कर कोई भी शिकायत कर सकते हैं।

पुलिस अधिकारियों के विचार व्यक्त करने के बाद छात्राओं ने बेझिझक होकर उनसे कई सवाल भी पूछे। इसी कड़ी में कक्षा 6 की छात्रा पायल चौधरी ने सवाल किया कि अगर कोई छोटा लड़का (नाबालिग) उन्हें परेशान करते तो उसकी शिकायत पुलिस से कर सकते हैं? इस पर सीओ दिलीप सिंह ने कहा कि कम आयु यानि नाबालिग आरोपियों पर कार्रवाई के लिए भी कानून है। उनकी शिकायत मिलने पर उन्हें जेल भेजने की बजाय बाल सुधार गृह भेजा जाता है।

कक्षा 7 की छात्रा इरम कुरैशी ने पूछा कि अगर कोई मोबाइल पर कॉल, मैसेज कर या फिर फेसबुक आदि पर परेशान करे तो क्या तब भी पुलिस कार्रवाई करेगी? कक्षा 12 की छात्रा सोनिका ने कहा कि अगर कोई रास्ते में परेशान करे तो हम क्या करें। कक्षा 8 की छात्रा प्राची गर्ग ने पूछा कि ऐसी कोई योजना है जिसमें छात्राओं को सुरक्षा मिले।

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