00 आपके एक यूनिट रक्तदान से बचेगी चार की जान।
आपके एक यूनिट रक्तदान से बचेगी चार की जान।
आगरा। रक्तदान के संबंध में एक महत्वपूर्ण जानकारी यह भी है कि आपके द्वारा दान किए गए रक्त की एक यूनिट चार लोगों के जान बचाने के काम आती है। आधुनिक मशीनाें के जरिए रक्त के अलग-अलग कंपोनेंट तैयार किए जाते हैं। जाहिर है, आपको चार मरीजों की जान बचाने का पुण्य मिलता है। इसलिए खुद रक्तदान करें, औराें को भी इसके लिए प्रेरित करें। याद रखें, रक्तदान से शरीर पर कोई भी विपरीत असर नहीं पड़ता।
 
एक यूनिट रक्त में पैकसेल, प्लेटलेट्स, प्लाज्मा और क्राइप्रेस्पिटेट जैसे तत्व होते हैं। ये लैब में अलग-अलग किए जाते हैं। जरूरत के मुताबिक ये कंपोनेट मरीजों को चढ़ाए जाते हैं। पैकसेल का इस्तेमाल सीवियर एनमिक मरीजों के लिए होता है। डेंगू, मलेरिया, कैंसर के मरीजों के लिए प्लेटलेट्स की दरकार रहती है तो फ्रेस फ्रोजन प्लाज्मा जले हुए मरीजाें के उपचार में इस्तेमाल होती है। वहीं हीमोफीलिया के मरीजों को क्राइप्रेस्पिटेट चढ़ाया जाता है।
 
आधुनिक मशीनों के जरिए रक्त के तैयार किए जाते हैं चार अलग-अलग कंपोनेट
 
राष्ट्रीय हिंदू सेवक के कार्यकर्ता रक्तदान के लिए आगे आए हैं। अध्यक्ष पुनीत कालरा, सनी सोब्ती, तरुण सिंह, रवि गिड़वानी, गौरव अरोड़ा, सिद्धार्थ राजपूत, जयंत मिश्रा, वैभव कक्कड़, रितेश थापर ने सभी कार्यकर्ताओं से 14 जून को अमर उजाला कार्यालय, सिकंदरा में लगने वाले कैंप में पहुंचने की अपील की है। कैंप एसएन मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में भी लगेगा।
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