000 अमर उजाला की प्रेरणा से महिलाएं बन रही सशक्त, विज बोले- बेटियां रच रहीं इतिहास
अमर उजाला की प्रेरणा से महिलाएं बन रही सशक्त, विज बोले- बेटियां रच रहीं इतिहास

अमर उजाला फाउंडेशन की प्रेरणा से नूंह की बेटियां इतिहास रच रही हैं। इस तरह के प्रयासों से आने वाले समय में प्रदेश में क्रांतिकारी बदलाव आएंगे। यह बात बुधवार, 15 नवम्बर, 2017 को हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने चंडीगढ़ के सेक्टर-9 स्थित अमर उजाला कार्यालय में अमर उजाला फाउंडेशन के प्रयासों से नूंह के संगेल गांव में चल रहे सेनेटरी नैपकिन पैड्स का उद्घाटन करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि यह बहुत ही बेहतरीन प्रयास है। यह महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और उनको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने महिला समूह के काम को देखते हुए पांच लाख रुपये देने की भी घोषणा की। उल्लेखनीय है कि अमर उजाला फाउंडेशन की प्रेरणा से हरियाणा के नूंह जिले के गांव संगेल में पाखी स्वयं सहायता महिला समूह की महिलाएं बाजार भाव से बहुत कम मूल्य पर सेनेटरी नैपकिन बना रही हैं।

गांव की महिलाएं बना रही हैं पैड्स
फिलहाल पाखी महिला समूह से पांच गांवों की 16 महिलाएं जुड़ीं हैं और वे ही इसका निर्माण कर रही हैं। यह विश्वस्तरीय गुणवत्ता से युक्त है। इसे बनाते समय सभी मानकों का पूरा ख्याल रखा जाता है। गांव की महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने, उन्हें गंभीर बीमारियों से बचाने और उनमें आत्मविश्वास जगाना ही इसका मुख्य उद्देश्य है। इससे जहां महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होंगी, वहीं गंभीर बीमारियों से भी बची रहेंगी।

बाजार मू्ल्य से है बहुत सस्ता
हालांकि यह कुदरत ने ही बनाया है कि हर महिला हर माह मासिक धर्म के दौर से गुजरती है। लेकिन जानकारी के अभाव, झिझक और पैसे की कमी के चलते कई बार वह सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल नहीं करतीं। इस कारण वे कई तरह की गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाती हैं। इसलिए अमर उजाला फाउंडेशन ने पाखी महिला समूह के माध्यम से बाजार मूल्य से सस्ता सेनेटरी नैपकिन महिलाओं को दिलाने का बीड़ा उठाया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने दी 5 लाख की राशि
उद्घाटन के मौके पर नूंह की महिलाओं का काम देखकर स्वास्थ्य मंत्री विज अभिभूत हुए। उन्होंने महिलाओं इसे कैसे बनाया जाता है, को जाना और नूंह की बेटियों के इस क्रांतिकारी कदम से खुश होकर संस्था को 5 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की। यह सेनेटरी नैपकिन न केवल बच्चियों और महिलाओं को गंभीर बीमारियों से बचाएगा, बल्कि यह पूरी तरह से इको फ्रेंडली भी है।

सरकार इसे आशा वर्करों से जोड़ें : महेश्वरी
पाखी महिला समूह की अध्यक्ष महेश्वरी ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का ध्यान से बात सुनने और प्रोत्साहन राशि देने के लिए आभार व्यक्त किया। वहीं उनके सामने मांग रखी कि वे इसे आशा वर्करों के साथ जोड़ दें, ताकि इसे घर-घर पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि अगले एक साल में मेवात के पांचों ब्लाकों सहित पूरे हरियाणा में इसे पहुंचाना संस्था का लक्ष्य है।

माहवारी के दौरान साफ-सफाई या हाइजीन न रखने पर वेजाइना में इंफेक्शन हो जाता है। इसके अलावा फंगल इंफेक्शन भी इसी का कारण है जो कि फिर यूटर्स में जा सकता है। इससे कैंसर की भी संभावना बढ़ जाती है। भविष्य में इससे इनफर्टिलिटी की समस्या भी पैदा हो जाती है। इसलिए इस दौरान हाइजीन का खास ध्यान रखा जाना चाहिए। - डॉ. पूनम गुप्ता, गाइनोकॉलोजिस्ट, पंचकूला, सेक्टर-16

Share:

Related Articles:

0