गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर- 4 स्थित मेट्रो सूट्स सोसाइटी में आयोजित पुलिस की चौपाल को संबोधित करते डॉ. राकेश
  Start Date: 03 Aug 2019
  End Date: 03 Aug 2019
  Location: गाजियाबाद

अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से गाजियाबाद के वैशाली सेक्टर- 4 स्थित मेट्रो सूट्स सोसाइटी में पुलिस की चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में सीओ साहिबाबाद डॉ. राकेश मिश्रा और एसएचओ इंदिरापुरम ने सोसायटी के लोगों की समस्याएं सुनीं और उन्हें सुरक्षा के सुझाव भी बताए। शायराना अंदाज में बात शुरू करते हुए उन्होंने कहा कि ’शिकायत भी बहुत हैं, नसीहत भी बहुत हैं, मजा तो तब है जब रूबरू हुआ जाए...’।

कार्यक्रम में पहुंचे सीओ डा. राकेश मिश्रा व एसएचओ संदीप सिंह का स्वागत आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने पुष्प गुच्छ देकर किया। सीओ डा. राकेश मिश्रा ने कहा कि पुलिस वाले कहीं और से नहीं होते बल्कि, आप लोगों के परिवार से ही होते हैं। ऐसे में उनसे भय खाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने लोगों से समस्याएं पूछी। कहा कि यह एक अच्छा कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से पुलिस व आम जनता आमने-सामने होती है और समस्याओं व समाधानों पर बात की जाती है।

उन्होंने सोसायटी के रेजिडेंट्स से कहा कि होली हो या दिवाली या कोई भी दिन पुलिस कभी छुट्टी पर नहीं रहती। आम जनता की सेवा के लिए 24 घंटे थाने के दरवाजे खुले रहते हैं। करीब डेढ़ घंटे तक चली पुलिस की चौपाल में स्थानीय लोगों ने सोसायटी व शहर की समस्याएं रखीं। सीओ के साथ ही एसएचओ संदीप कुमार ने लोगों से कहा कि उन्हें जागरूक रहने की जरूरत है। इंटरनेट प्रयोग करते समय लोगों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। कार्यक्रम में चौकी इंचार्ज अंजनी सिंह ने लोगों को बताया कि जल्द ही मेट्रो स्टेशन पर लगने वाली ऑटो वालों की भीड़ से लोगों को राहत दिलाई जाएगी। कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष दिनेश यादव, सचिव गंगा शर्मा, अजय गुप्ता, शिव प्रसाद, अनिल कौशिक, राकेश भल्ला, प्रीति सुमन, संजय गुप्ता, रोशन गुप्ता का विशेष सहयोग रहा। 

वालंटियर संग पुलिस को काम करने का सुझाव
महिलाओं ने मेट्रो स्टेशन के बाहर लगने वाले ऑटो की भीड़ को खत्म करने के लिए पुलिस से गुजारिश की। साथ ही वैशाली सेक्टर स्थित शॉप्रिक्स मॉल के बाहर लगने वाले रेहड़ी पटरी वालों के अतिक्रमण को हटाने की बात कही। महिलाओं ने पुलिस को सुझाव दिए कि वह चाहे तो स्थानीय लोग वालंटियर्स के तौर पर उनके साथ काम करने को राजी हैं।

इस तरह के कार्यक्रम सोसायटी में होते रहने चाहिए। इससे हमारे और पुलिस के बीच के संबंध मधुर बनेंगे। गलत फहमियां भी दूर होंगी। यह कार्यक्रम समाज में सकारात्मक भूमिका निभाएगी। 
- सुरभी मित्तल

कार्यक्रम एक सकारात्मक पहल है, इसके जरिए हमें पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से रूबरू होने का मौका मिला। यह बेहद अच्छी बात है। हम लोग इस तरह पुलिस से पहली बार रूबरू हुए हैं। - शैली

कार्यक्रम के जरिए हम लोग पुलिस की समस्याओं को भी समझ सके। पहली बार ऐसा लगा कि वाकई में पुलिस जितनी सख्त दिखती है, वैसी नहीं है। अमर उजाला की ओर से हमें बेहद अच्छा मंच उपलब्ध कराया गया। - अनुभूति शर्मा

यह पहला मौका था जब पुलिस के समक्ष हम लोगों ने बेहिचक बातें रखी। इसके लिए हम अमर उजाला के बेहद आभारी हैं, हमें एक मौका दिया गया। - पीके गुप्ता

अमर उजाला के माध्यम से ही यह हो सका है कि पुलिस हमारी समस्या सुनने हमारी सोसायटी में आई है। यह एक बेहद अच्छा अनुभव है, यह सिलसिला लगातर चलना चाहिए ताकि पब्लिक और पुलिस के बीच संवाद स्थापित हो सके। - गंगा शर्मा, सचिव

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