00 मेरा देश मेरा गणतंत्र पेेंटिंग प्रतियोगिता के विजेता हुए सम्मानित
मेरठ स्थित अमर उजाला कार्यालय में मेरा देश मेरा गणतंत्र पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को किया गया सम्मानित
  Start Date: 17 May 2019
  End Date: 17 May 2019
  Location: मेरठ

अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शुक्रवार, 17 मई, 2019 को मेरठ स्थित अमर उजाला कार्यालय में मेरा देश मेरा गणतंत्र पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित किया गया। समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि पीवीवीएनएल के एमडी आशुतोष निरंजन ने किया। विजेताओं को साइकिल, ट्रैक सूट, मेडल व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। विजेता विद्यार्थी माता-पिता के साथ आयोजन में शामिल हुए। एमडी आशुतोष निरंजन ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में आप सभी को बहुत आगे जाना है, कामयाबी की लंबी लड़ाई लडऩी है इसलिए थकें नहीं। मेधा को जब सम्मान मिलता है तो बहुत अच्छा लगता है।

दूसरों के अधिक अंक देखक र न हों निराश

आशुतोष निरंजन ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हाल में सभी बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम आए हैं। छात्रों ने १०० प्रतिशत तक अंक लिए हैं। अपने से अधिक अंक पाने वाले छात्रों के अंक देखकर निराश न हों। न ही खुद को कम आंकें। बोर्ड परीक्षाओं की यह सफलता, कामयाबी का एक पड़ाव है, जीवन की संपूर्ण कामयाबी अभी शेष है। मेहनत पर ब्रेक न लगाएं आगे बढ़ें सफलता अवश्य मिलेगी।

गौरतलब हो कि अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से मेरा देश मेरा गणतंत्र पेंटिंग प्रतियोगिता गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित की गई थी। प्रतियोगिता जूनियर व सीनियर दो वर्गों में हुई थी। जिसमें विद्यार्थियों ने मेरा देश-मेरा गणतंत्र थीम पर पेंटिंग बनाकर अमर उजाला को भेजी थी। विद्यार्थियों ने एक से बढक़र एक पेंटिंग बनाई और गणतंत्र को कई रूपों में प्रस्तुत किया। 26 विजेताओं को सम्मानित किया गया।

जूनियर वर्ग में ये विजेता सम्मानित

जूनियर वर्ग में प्रथम पुरस्कार विजेता अब्दुल अहद को साइकिल, मेडल, प्रमाणपत्र व किताबें उपहार में दी गईं। द्वितीय पुरस्कार विजेता मार्दूल जखमोला को ट्रैक सूट, किताबें, प्रमाणपत्र व मेडल दिया गया। तृतीय पुरस्कार विजेता विवेक को बैग, पेन सेट, प्रमाणपत्र, मेडल व किताबें दी गईं। सांत्वना पुरस्कार के विजेता कार्तिक शर्मा, जकी अहमद, सक्षम वर्मा, वर्तिका श्रीवास्तव, लावण्या श्रीवास्तव, निदा अंसारी, सृष्टिï, अक्षरा चौहान, अनोन्या गोयल व भव्य गोयल सभी को किताबें, प्रमाणपत्र, मेडल व कलाई घड़ी देकर सम्मानित किया गया।

सीनियर वर्ग में ये विजेता सम्मानित

सीनियर वर्ग में प्रथम पुरस्कार विजेता अनुषा सिद को साइकिल, मैडल, प्रमाणत्र, किताबें उपहार में दी गईं।  द्वितीय पुरस्कार विजेता अदनान अकील को ट्रैक सूट, मेडल, किताबें व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। तृतीय पुरस्कार विजेता तुषार पटेल को बैग, पेन, मेडल, किताबें, प्रमाणपत्र दिया गया। सांत्वना पुरस्कार के विजेता ईशा गुप्ता, कुमकुम, सांची पाल, निखिल, रुखसार, सनी सैनी, करन लोधी, माहिम, मनन शिवा व शिवानी सोलंकी सभी को किताबें, प्रमाणपत्र, मैडल व कलाई घड़ी देकर सम्मानित किया गया।

बहन से सीख रही चित्रकारी

मवाना के रहने वाले अब्दुल अहद ने जूनियर वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि मुझे चित्रकारी करना पसंद है। इसलिए मैंने देश के लिए एक चित्र बनाकर यह कारनामा हासिल किया। पिता अब्दुल करीम डॉक्टर है। उन्होंने बताया कि मेरी बड़ी बहन जाकिया मुझे चित्रकारी सिखाती है। जिसे मैं बड़े ही उत्साह के साथ सीखता हूं। जाकिया कक्षा-१२ में पढ़ती हैं। 

चित्रकारी में लिए हैं इनाम

सीनियर वर्ग में प्रथम रहीं शकूर नगर निवासी अनुषा सिद्दकी कक्षा-१० में वेस्ट एंड रोड स्थित मेरठ पब्लिक गल्र्स स्कूल की छात्रा है। उन्होंने बताया कि मैं काफी समय से चित्रकारी कर रही हूं। अमर उजाला के इस कार्यक्रम मे मैंने देश की संस्कृति पर आधारित चित्रकारी को बनाया था। इससे पहले मैंने शांति निकेतन विद्यापीठ में भी प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त किया है।

मेधा और परिश्रम के आड़े नहीं आ सकती आर्थिक कमजोरी : आशुतोष निरंजन

पीवीवीएनएल एमडी आशुतोष निरंजन ने कहा कि सामाजिक और आर्थिक कमजोरी मेधा और परिश्रम के आड़े नहीं आ सकती है। प्राकृतिक हुनर और मेधा को अथक परिश्रम के दम पर ऊंचाई तक पहुंचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका से लेकर भारत तक इसके हजारों उदाहरण हैं, जब आर्थिक रूप से कमजोर व वंचित वर्ग से संबंधित बच्चों ने अपनी मेधा और अथक परिश्रम के दम पर असफलताओं को ठोकर मारकर बड़ी सफलता अर्जित की है। निरंजन ने विजेता बच्चों और उनके अभिभावकों से कहा कि वे परीक्षा में मिलने वाले अंकों की होड़ में ना पड़े। जीवन की परीक्षा में कम अंक वाले भी बड़ा मुकाम हासिल करते हैं।

कहा कि जीवन चलने का नाम है और हमें जीना नहीं छोडऩा चाहिए। उन्होंने बच्चों में जोश भरते हुए कहा जिस हुनर के दम पर आज आप पुरस्कृत हो रहे हैं इसे और ज्यादा मेहनत और परिश्रम से आगे ले जाना है और आगे ही बढ़ते रहना है। उन्होंने प्रतिभाओं को उचित मंच प्रदान करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए अमर उजाला को धन्यवाद दिया। कहा कि अमर उजाला के सामाजिक सरोकारों से समाज को लाभ पहुंच रहा है। इस तरह के कार्यक्रम होते रहने चाहिए।

Share:

Related Articles:

0